माया मोदी
वाह मोदी जी
गजब के जादूगर निकले काला धन के साथ साथ घर का काला धन भी बाहर निकाल दिए द्वापर का कृष्ण कहूँ तो कोई ग़लती नही. कृष्ण गोपीक्ाओं को नचाते थे. प्रेम मे भक्ति में. आप ने समय दिया काला माल जमा कर दो. नहीं माने बोलने दो मोदी को वाहह क्या करारा झटका. चारों खाने चित्त कभी तिजोरी निहारते है. कभी खुद को कोसते है समय था टैक्स भर देता काला को सफेद कर देता. ना जाने इस कलियुग में नोट की माया मोदी को क्यों नहीं लगी. सीना पीटपीट का सेठ जी का बुरा हाल था. संगत भी बेकार था. नौकरों को दस रुपया देने में पाँच घंटे बतक्कड़ करते थे.
वाह रे माया तू
इनसे कैसे अलविदा कर रही है माया उवाच भक्त मै तेरे दिल में हूँ, तेरे रग रग में समायी हूँ , तेरी चेतना हूँ फिर तुम से दूर कैसे जा सकती हूँ. सेठ उवाच माँ तेरी माया अपरंपार है माते फिर इस मोदी का कैसा संसार है तू तिजोरी में पड़ी फिर भी बेकार है. पुत्र मोदी माया से परे है. माया कभी उनका वरण नहीं कर सकती विपक्ष सदैव देश विदेश का घुमक्कड़ बताता है. विपक्ष का काम विरोध करना है. मोदी कलियुग का अर्जुन है. सावधान हो जाओ पुत्र.