लघुकथा

राष्ट्रहित

अपनी पार्टी छोड़ दूसरी पार्टी में आए नेताजी से पत्रकार ने पूँछा “सर आपके दल बदलने का क्या कारण है.”
“ऐसा मैंने राष्ट्रहित व जनता के फायदे के लिए किया है.” नेताजी ने गर्व के भाव से जवाब दिया.
“किंतु चार महीने पहले ही आपने नई पार्टी के लिए कहा था कि वह पार्टी राष्ट्रविरोधी है. आपकी पुरानी पार्टी के आदर्श बहुत महान हैं. फिर अचानक सब बदल क्यों गया.” पत्रकार ने उन्हें घेरा.
प्रश्न सुनते ही नेताजी बगलें झांकने लगे.
“मेरा यह फैसला राष्ट्रहित में है. यह आपको जल्दी ही पता चल जाएगा.”
कहते हुए वह आगे बढ़ गए.

*आशीष कुमार त्रिवेदी

नाम :- आशीष कुमार त्रिवेदी पता :- C-2072 Indira nagar Lucknow -226016 मैं कहानी, लघु कथा, लेख लिखता हूँ. मेरी एक कहानी म. प्र, से प्रकाशित सत्य की मशाल पत्रिका में छपी है