गीतिका/ग़ज़ल

ग़ज़ल : यहाँ जिंदगी का सफर देखते हैं

यहाँ जिंदगी का सफर देखते हैं
जहाँ को तुम्हारा ही घर देखते हैं।

नजर भी तुम्हीं हो नजारा तुम्हीं हो
तिरे नूर का ही असर देखते हैं।

यहाँ आसमाँ से दुआ आ रही है
नजर को उठाकर जिधर देखते हैं

सुमन जिंदगी का महकता रहेगा
नशा तेरा हम आँख भर देखते हैं।

करूँ रात दिन अब तुम्हारी इबादत
सदा रूह को हम अमर देखते हैं।

जयंती सिंह “मोहिनी”

जयंती सिंह लोधी

नाम - जयंती सिंह लोधी पिता का नाम - स्व.श्री मोहन सिंह लोधी माता का नाम - श्रीमती काशी बाई लोधी पति का नाम - श्री भगत सिंह ठाकुर स्थाई पता - H.I.G 18 राजीव नगर शिवाजी वार्ड सागर म.प्र. फोन no- 07582-236199 मो- 7389281010 शिक्षा - स्नातक जन्म - 15-4-1969 स्थान - देवरी कलां सागर प्रकाशन विवरण - कविता संग्रह जीवन पथ