बाल कविता

बाल गीत अम्मा हमने कार खरीदी

अम्मा हमने कार खरीदी
यह तो बहुत काम की होती,
मत कहना बेकार खरीदी।
वर्षा जब होती है झम झम,
हम इससे ही शाला जाते।
पिंटू चिंटू किट्टी पिट्टी,
इन सबको बैठा ले जाते।
कार नहीं थी मुश्किल से ही,
हाँ अम्मा इस बार खरीदी।
होती भीड़ सड़क पर तो हम,
पों पों पों पों,हार्न बजाते।
जहाँ जगह मिलती खाली तो,
कार वहाँ सरपट दौड़ाते।
पैसे नहीं जुड़े थे पूरे,
इससे कार उधार खरीदी।
वर्षा गर्मी सर्दी सारे,
समय काम यह वाहन देता।
हर मौसम में हमें सुरक्षित,
मंजिल तक झट पहुँचा देता।
आज समय की मांग यही है,
थी इसकी दरकार, खरीदी।

प्रभुदयाल श्रीवास्तव

*प्रभुदयाल श्रीवास्तव

प्रभुदयाल श्रीवास्तव वरिष्ठ साहित्यकार् 12 शिवम् सुंदरम नगर छिंदवाड़ा म प्र 480001