गीतिका/ग़ज़ल

बे वजह मुस्कुरा रहे हो क्यूँ

बे वजह मुस्कुरा रहे हो क्यूँ
जो नही है दिखा रहे हो क्यूँ

होट पर बात है अगर दिल की
तो नज़र को चुरा रहे हो क्यूँ

दर्द आँखों में पढ लिया हमने
दर्द हमसे छुपा रहे हो क्यूँ

झूठ को झूठ क्यूँ नही कहते
रात को दिन बता रहे हो क्यूँ

नाम हमने लिया नही कोई
आप नज़रें झुका रहे हो क्यूँ

बात करके उसूल की साहिब
जुल्म ख़ुद पे ढ़हा रहे हो क्यूँ

साफगोई से बात करते हो
अपने दुश्मन बढ़ा रहे हो क्यूँ

सतीश बंसल
२६.०२.२०१८

*सतीश बंसल

पिता का नाम : श्री श्री निवास बंसल जन्म स्थान : ग्राम- घिटौरा, जिला - बागपत (उत्तर प्रदेश) वर्तमान निवास : पंडितवाडी, देहरादून फोन : 09368463261 जन्म तिथि : 02-09-1968 : B.A 1990 CCS University Meerut (UP) लेखन : हिन्दी कविता एवं गीत प्रकाशित पुस्तकें : " गुनगुनांने लगीं खामोशियां" "चलो गुनगुनाएँ" , "कवि नही हूँ मैं", "संस्कार के दीप" एवं "रोशनी के लिए" विषय : सभी सामाजिक, राजनैतिक, सामयिक, बेटी बचाव, गौ हत्या, प्रकृति, पारिवारिक रिश्ते , आध्यात्मिक, देश भक्ति, वीर रस एवं प्रेम गीत.