गीत/नवगीत

मेहनत ही वरदान है

मेहनत पूजा, मेहनत पूजक, मेहनत ही वरदान है 
मेहनत करने वाला मानव, धरती का भगवान है-

जिसने कर्म को पूजा समझा, उसका ध्येय महान है
जिसने कर्म किया श्रद्धा से, पाया शुभ वरदान है
कभी ताकता कहीं नहीं जो, वह सच्चा इंसान है
मेहनत करने वाला मानव, धरती का भगवान है-

मेहनत से नदियों के रुख को, चाहे जिधर मोड़ा जाता
मेहनत से पर्वत को भी है, जैसे चाहो तोड़ा जाता
मेहनत ईसा, मेहनत मूसा, मेहनत सच्चा दान है 
मेहनत करने वाला मानव, धरती का भगवान है-

दोष गरीबी का मिट सकता, मेहनत के ही संबल से
ध्येय अमीरी का मिल सकता, मेहनत के ही संबल से
जिसने काम किया तन-मन से, वह सच्चा इंसान है
मेहनत करने वाला मानव, धरती का भगवान है-

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

One thought on “मेहनत ही वरदान है

  • लीला तिवानी

    मेहनत का नतीजा- कचरे से करोड़ों का टर्नओवर

    मणिपुर: प्लास्टिक कचरे को रीसाइकल करने के लिए बनाई कंपनी, करोड़ों का टर्नओवर

    मणिपुर की राजधानी इंफाल में बाप-बेटे की एक जोड़ी आम लोगों के घरों के प्लास्टिक कचरे को रीसाइकल करने का काम कर रही है। इंफाल के रहने वाले सडोक्पम इतोंबी सिंह और सडोक्पम गुनाकांता एक रीसाइकलिंग प्रोग्राम की अगुवाई करके एक कंपनी चला रहे हैं, जो लोगों के घरों से निकलने वाले प्लास्टिक के कचरे को रीसाइकल करती है।

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