उगालदान
अपने नाम के अनुरूप चंद्रिका-सी शांत-शीतल इंदु कभी-कभी रौद्र रूप भी धारण कर लेती थी. सखी के साथ सैर करते
Read Moreओ३म् प्रत्येक मनुष्य को यह ज्ञात होना चाहिये कि जिस संसार में हम रहते हैं, यह जड् जगत अस्तित्व में
Read Moreलोग तो एक ही वेलेंटाइन डे मनाने को तरसते हैं, मैं दो-दो वेलेंटाइन डे मनाऊंगा, खुश होना तो अपने हाथ
Read Moreगर तू बीमार है, हमारे इश्क में जराह बन इलाज करूं अश्क से निजोर ना समझना , आशिकी को जरीफ
Read Moreगाँँव हमीरपुर में आज उत्सव का माहौल है। सबके चेहरे पर खुशी का उन्माद छाया हुआ है। जिसे देखो वही,
Read More” पैदा हुआ तब कितना रोये थे तुम इसकी विकलांगता को देख कर …” मां आज बहुत कुछ कहना चाहती
Read Moreअपने भ्राता राम जी के संग लक्ष्मण चौदह वर्ष के लिए वनवास गए। अपने नवविवाहिता पत्नी उर्मिला को वह संग
Read Moreप्यार की खिड़की खुली रखना, बाहर का मौसम कैसा भी हो, अंदर के मौसम को सुहाना बनाए रखना, सर्दी, गर्मी,
Read Moreबहुत बर्दास्त की तेरी रुसवाई दिल तो दिल आत्मा चिल्लाई आसमां में छाए बादल की तरह आंख तेरी बेवफाई में
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