गीत/नवगीत

कजरी गीत

 

“कजरी गीत”

मोहन गोकुल नगर सुधारी, मधुवन कीन्ह सुखारी ना
जाकर मथुरा डगर निहारी, सुखी कीन्ह महतारी ना……मोहन गोकुल नगर….

धारी गोवर्धन गिरधारी, आओ न फिर यमुन कछारी ना
गाय ग्वाल गोपिन दुख हर्ता, पनघट की सखियाँ न्यारी….. मोहन गोकुल नगर ……

रास आस तुमसे बनवारी, गौतम तो रहा अनारी ना
सावन झूला डाल-डाल पर, है राधा विरह की मारी….. मोहन गोकुल नगर…..

महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी

*महातम मिश्र

शीर्षक- महातम मिश्रा के मन की आवाज जन्म तारीख- नौ दिसंबर उन्नीस सौ अट्ठावन जन्म भूमी- ग्राम- भरसी, गोरखपुर, उ.प्र. हाल- अहमदाबाद में भारत सरकार में सेवारत हूँ