कविता

ऐ चाँद तुम्हे पाएँगे

कुछ दिनों का है अंधेरा
पुनः उजाला लेकर आएगा
इसरो का यान अवश्य
चाँद पर तिरंगा लहरायेगा।
तनिक भी न निराश
डटे रहे है अपने प्रयोगो पर
सफलता बहुत मिली
और कुछ मिलना शेष
हौसला है और विश्वास
इसरो का मिशन था खास।
चाँद यूँ ही नहीं मिल जाता
कठिन परिस्थितियाँ बन जाती
हमने अभी तक पाया बहुत
जो कुछ बचा है उसे भी पाएँगे।
भरोसे का नाम इसरो
ऊँचाई का नाम इसरो
ऐतिहासिक लम्हो का नाम इसरो
विज्ञान का नाम प्रयोग
जल्द ही खुशियाँ लौटेगी।
भावुक पल चला गया
आनेवाला वक्त है सुनहरा
फतह करने का जज्वा हो जिनका
उन्हे चुनौतीयाँ क्या रोक पायेगा।
मिशन के तहत हम
बहुत कुछ स्थापित कर पाये
ये गर्व का पल आप देश को दे पाये
दुनिया में जय जयकार
इसरो के लिए ढेर सारा प्यार ।
दुर्गम चुनौतियों को हराएँगे
अगले मिशन पर जाएँगे
चाँद की सतह पाएँगे
करके सलाम तिरंगे को
पुनः मिशन में लग जाएँगे।
“आशुतोष”

आशुतोष झा

पटना बिहार M- 9852842667 (wtsap)