कविता

आराधना

माँ की छांव में ,
ममता की ममत्व से ,
दिल को छू लेने वाली तू ,
करो आराधना माता की !
जहाँ मिले आत्मा को ,
शान्ति की शान्त स्वभाव मे ,
शरण मे सर्वश्रेष्ट हो,
उस माँ की करो आराधना !
जो दुखों को करती संहार ,
पापियों को करती नाश ,
दुखों मे मेरा साथ देती ,
उस ममतामयी माँ की करो आराधना !
जो विश्व को पालन करती ,
सभी को लालन पालन करती ,
जिसकी दृष्टी मे हम सभी बसते,
उस ममतामयी माँ की करो आराधना!
~ रूपेश कुमार

रूपेश कुमार

भौतिक विज्ञान छात्र एव युवा साहित्यकार जन्म - 10/05/1991 शिक्षा - स्नाकोतर भौतिकी , इसाई धर्म(डीपलोमा) , ए.डी.सी.ए (कम्युटर),बी.एड(फिजिकल साइंस) वर्तमान-प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी ! प्रकाशित पुस्तक ~ *"मेरी कलम रो रही है", "कैसें बताऊँ तुझे", "मेरा भी आसमान नीला होगा", "मैं सड़क का खिलाड़ी हूँ" *(एकल संग्रह) एव अनेकों साझा संग्रह, एक अंग्रेजी मे ! विभिन्न राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओ मे सैकड़ो से अधिक कविता,कहानी,गजल प्रकाशित ! राष्ट्रीय साहित्यिक संस्थानों से सैकड़ो से अधिक सम्मान प्राप्त ! सदस्य ~ भारतीय ज्ञानपीठ (आजीवन सदस्य) पता ~ ग्राम ~ चैनपुर  पोस्ट -चैनपुर, जिला - सीवान  पिन - 841203 (बिहार) What apps ~ 9934963293 E-mail - - rupeshkumar01991@gmail.com