मुक्तक/दोहा

तेरा मेरा प्यार

चूहे बिल्ली की तरह, तेरा मेरा प्यार
जैसे ही होगा मिलन, छूटेगा संसार।

दुनिया में मशहूर है , तेरा मेरा प्यार ,
तू रिश्वत मैं धांधली, चले मस्त व्यापार।

टेढ़ी मेढ़ी जिंदगी, उस पर दुख अम्बार,
फिर भी देखो अडिग है, तेरा मेरा प्यार।

तेरा मेरा प्यार है, या अरहर की दाल ,
गल जाए तो ठीक है, वर्ना बेढब हाल।

निंदा रस में डालिये,  चुगली के अंगार,
देख के दूजे जलेंगे , तेरा मेरा प्यार।

खाओ महँगी दाल जी, पाओ ख़ुशी फुहार,
रिश्वतखोरी में पले, तेरा मेरा प्यार।

नाच रही छप्पन छुरी, करके नव शृंगार,
पतझर में भी पल रहा, तेरा मेरा प्यार।

निंदा रस में डालिये,  चुगली के अंगार,
देख के दूजे जलेंगे , तेरा मेरा प्यार।

— महेंद्र कुमार वर्मा

महेंद्र कुमार वर्मा

द्वारा जतिन वर्मा E 1---1103 रोहन अभिलाषा लोहेगांव ,वाघोली रोड ,वाघोली वाघेश्वरी मंदिर के पास पुणे [महाराष्ट्र] पिन --412207 मोबाइल नंबर --9893836328