कविता

गर्व/अभिमान

गर्व करें हमसब अपनी हिंदुस्तानी सरजमीं पर,
जिसने दुनिया को सत्य-अहिंसा का पाठ पढ़ाया।
खोज कर शून्य दुनिया के उलझे गणित को सुलझाया।
गर्व करें हमसब उन मेहनती भारतीय लोगों पर,
जो मार झेल प्राकृतिक प्रकोपों के
अन्न ऊपजाते।
रात-दिन सीमा पर खड़े रहकर हमें चैन से सुलाते।
गर्व करें हम सब उन सभी महापुरुषों पर,
जिन्होंने अंग्रेजों को अपने बाजू के बल मार भगाया।
देकर सिद्धांत पंचशील का दुनिया में शांति फैलाया।
गर्व करें हम उनसभी भारतीय माता-पिता पर,
जो त्याग कर मोह बच्चों को वीरता का पाठ पढ़ाया।
देखकर शिक्षा बच्चों को चांद तक पहुंचने लायक बनाया।
गर्व करें हम सब अपने उन सभी पूर्वजों पर,
जिन्होंने गंगा जमुनी तहजीब को आगे बढ़ाया।
मोहब्बत से भारतीय संस्कृति को समृद्ध बनाया।
गर्व करें हम सब अपने सभी देशवासियों पर,
जिन्होंने अपने मेहनत से भारत को आगे बढ़ाया।
अपने बुद्धि विवेक से देश को प्रगतिशील बनाया।
— गोपेंद्र कुमार सिन्हा गौतम

गोपेंद्र कुमार सिन्हा गौतम

शिक्षक और सामाजिक चिंतक देवदत्तपुर पोस्ट एकौनी दाऊदनगर औरंगाबाद बिहार पिन 824113 मो 9507341433