कविता

हारेगा कोरोना जीतेगा भारत

सड़को पर पुलिस के जवान जोखिम उठा रहे,
डॉक्टर लिख रहे हौंसलो की नई इबारत।
संक्रमण के बीच जनता कर्फ्यू,
लॉक डाउन से होगी राहत।।

दूसरों का इलाज कर रहे,
खुद को खतरे में डालकर
बताना जरा कौन करता है,
काम यह चिंता पालकर।।
न निकलें घरों से बाहर,
के वो भी किसी के लाल है।
जो दे रहे है पहरा सड़कों पर,
उनके भी बाप बच्चे और ससुराल है।।

यह गेम नही कोई की,
दसरी लाइफ मिल जाएगी।
अपने साथ परिवार और अपनों की,
जिंदगी हाथों से फिसल जाएगी।।
जो खेल रहे जान पर,तुम्हे बचाने को।
कुछ तो उनके बलिदान का मान करो।।
जो घूम रहे है बाहर कुत्तों गधों से,
उनकी तुम पहचान करो।।

अपनो का गर ध्यान जरा भी,
बाहर जाना टालो तुम।
दूर रहो सब अनजानों से,
संक्रमण का खतरा मत पालो तुम ?
प्रकृति को छेड़ोगे तो मिट जाएगी हस्ती।
बड़े बुजुर्गों ने कभी बताई थी यह कहावत।।
हर आपदा से साहस से लड़ेगा भारत।
हारेगा कोरोना जीतेगा भारत।।

— मंगलेश सोनी

*मंगलेश सोनी

युवा लेखक व स्वतंत्र टिप्पणीकार मनावर जिला धार, मध्यप्रदेश