सामाजिक

12 जून बाल श्रमिक दिवस

12 जून 2020
#बालश्रमिक_दिवस

बाल श्रम दिवस बधाई देने का नहीं विचार करने का दिवस है |बाल श्रम के कारण बच्चे न केवल शिक्षा से वंचित होते हैं वरन उनका शारीरिक मानसिक विकास भी अवरुद्ध हो जाता है |जिस उम्र में बच्चों को खेल कूद के साथ शिक्षा लेकर विकास करना चाहिए उस उम्र में वे मजदूरी करने को विवश हो जाते हैं |
गरीबी इसका मुख्य कारण है |
गरीब परिवारों में पिता की #नशे की लत भी बाल श्रमिकों की व्रद्धि का कारण हैं |इन गरीब परिवारों में हर परिवार में 5से6 तक बच्चे होना आम बात है |ये परिवार अपनी आमदनी में व्रद्धि करने के लिए बच्चों को काम पर लगा देते है | भीख मांगने वाले परिवारों में तो 3वर्ष के बच्चे को भी मंदिरों मस्जिदों के बाहर भीख मांगने के काम पर लगा दिया जाता है|
‘भरत’ का भारत आज किस मोड़ पे आकर ठहर कर रह गया है |आवश्यकता है चिंतन मनन कर कुछ ठोस कदम उठाने की |
माता पिता को उतनी ही सन्तान को जन्म देना चाहिए ,जितनो का पालन पोषण अच्छी तरह करने में वो समर्थ हैं |
भारत देश में जो समर्थ हैं वो 1 बच्चा या बच्ची को जन्म देते हैं | जिनके पास खाने रहने और पहनने को नहीं वो हर साल बच्चे पैदा करते हैं |
जिस प्रकार सरकार गरीबों के कल्याण के लिए बहुत से ठोस कदम उठा रही है उसी तरह इस चिंता जनक विषय की ओर भी ध्यान देना होगा |इन गरीब परिवारों में अधिक बच्चों की पैदाइश रोकने के लिए भी कदम उठाने होंगे |
जिससे जनसंख्या नियंत्रण के साथ गरीबी ,भिक्षावृत्ति पर भी अंकुश लगेगा |कम बच्चों में सरकार द्वारा दी गयी सुविधाओं में अच्छी तरह गुजारा हो जाएगा और माता पिता के कमाए धन से बच्चों को शिक्षा का अवसर भी प्राप्त होगा |
आइये विचार करें और परिवार समाज और देश की स्थित में सुधार करे |भरत के भारतवर्ष की संवृद्धि सौंदर्य में वृद्धि करें |
मंजूषा श्रीवास्तव’मृदुल’
जय हिंद

*मंजूषा श्रीवास्तव

शिक्षा : एम. ए (हिन्दी) बी .एड पति : श्री लवलेश कुमार श्रीवास्तव साहित्यिक उपलब्धि : उड़ान (साझा संग्रह), संदल सुगंध (साझा काव्य संग्रह ), गज़ल गंगा (साझा संग्रह ) रेवान्त (त्रैमासिक पत्रिका) नवभारत टाइम्स , स्वतंत्र भारत , नवजीवन इत्यादि समाचार पत्रों में रचनाओं प्रकाशित पता : 12/75 इंदिरा नगर , लखनऊ (यू. पी ) पिन कोड - 226016