इतिहास

संसार में 1ला और 2रा परमाणु बम विस्फोट

पहला व दूसरा परमाणु बम विस्फोट के त्रस्त लोग अब भी हैं हिरोशिमा व नागासाकी में ! 6 अगस्त और 9 अगस्त 1945 को अमेरिका ने ‘जापान’ को बर्बाद कर दिया, अणुबम से कुप्रभावित लाखों लोग इस कदर आजन्म मरणासन्न अवस्था में रहे कि उनके बच्चे भी दिव्यांग हुए !

जापान वैसे भी भूकम्पों का देश कहलाता है, बावजूद जापान उठ खड़ा हुआ, आर्थिक और शाक्त व्यवस्था में आज से 20 साल पहले से ही वह ‘अमेरिका’ को टक्कर देते आ रहा है।

वहीं मात्र 2 साल बाद ही 1947 में आजाद हुआ भारत “राजनीतिक पार्टियों, नेताओं की जेब भरने की नियति, कई प्रधानमंत्रियों, जातिवाद और धर्मों के बीच वर्चस्व को लेकर खींचतान के कारण” जापान की कानी अंगुली के बराबर भी नहीं है।

भारत से 2 साल बाद आजाद हुए चीन मात्र 4 राष्ट्रपतियों के बावजूद हमेशा ही ‘ताकत’ का धौंस देते रहता है…. चीन की ‘विस्तारवादी’ धमकी और कोकाकोला के फॉर्मूले का रहस्य कोई नहीं जानता ! जिनपिंग क्या ‘जीन’ है ?

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.