लघुकथा

असफलताओं का रिकॉर्ड

एक राज्य PSC की मुख्य परीक्षा का रिजल्ट भी आ गई और उनमें स्वयं को नहीं पाया, तो मन खिन्न हो उठा– पहला; स्वयं के ज्ञान-कौशल पर और दूसरा; उक्त लोक सेवा आयोग की मूल्यांकन-पद्धति पर ! वहीं जब मैं कुछ अन्य विधा के written और साक्षात्कार के लिए प्रयास करता हूँ, तो ‘टॉप’ करता हूँ । अगर आयोग पर संशय करता हूँ, तो लोग कहेंगे- ‘अंगूर खट्टे हैं’ ….. और अन्य प्रतिभागी निकल जाते हैं, तुम क्यों नहीं ? ….. यानी मेरी ज्ञान-कौशल ही गड़बड़ है, यही न ! परंतु ऐसा नहीं है, जो सफल अभ्यर्थी हैं और जो मेरे विषय से हैं, उनसे मेरी टकराहट करा दी जाय, तब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा । निम्नमध्यवर्गीय परिवार से भी कई अधिकारी बने हैं, किन्तु यह सब मेरे साथ ही क्यों ? क्या मैं पदाधिकारी के लायक नहीं! मैं 22 साल इसी आयोग के ऐसी ही 25 परीक्षाओं के लिए समर्पित रहा, इसे क्या कहेंगे ? मेरी उत्तरपुस्तिकाएँ RTI से निकाल कर देखी जा सकती है…. 45वीं के लिए जो स्थिति जनित की गई थी व हिंदी व्याख्याता के लिए भी दुःस्थिति जनित की जा रही है, उससे तो मुझे हर असफलता पर आयोग के प्रति ही शक होते चला गया ! हाँ, इसमें दो राय नहीं कि साक्षात्कार पक्षपातपूर्ण होते हैं, चाहे हर परीक्षार्थियों के लिए अलग से कोडिंग ही क्यों न हो ?

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.