बाल कविता

पढ़ाई पहले फिर मजदूरी

साक्षरता है सुख का सागर, विश्व साक्षरता दिवस: भारत की साक्षरता दर विश्व की साक्षरता दर से 84 फीसदी कम : यूनेस्को - Nedrick News
साक्षरता है स्नेह-समीर ,
साक्षरता है ज्ञान-उजाला,
साक्षरता है आनंद-नीर.
साक्षरता आंखों का नूर,
साक्षरता से दिल में बहार,
साक्षरता मस्तक का चंदन,
साक्षरता जीवन-उजियार.
करना है एक काम जरूरी,
पढ़ाई पहले फिर मजदूरी,
समय से पढ़ाई कर ही ली तो,
सफलता से फिर क्या दूरी!

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244