राजनीति

नेहरूजी को लेकर यक्षप्रश्न !

पंडित जवाहर लाल नेहरू जब भाषण देते थे, तो भीड़ ‘भारत माता की जय’ का जयघोष करते थे, किन्तु नेहरू जी इसके विरुद्ध थे, क्योंकि वे चाहते थे कि लोग उनके नाम की जयघोष करें!

यह ‘कांग्रेस’ ही था, जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट में शपथ-पत्र देकर कहा था कि ‘भगवान राम’ काल्पनिक पात्र है ! क्या ‘नेहरू’ के पूर्वज मुसलमान थे ?

काँग्रेसियों ने हिन्दू धर्म के विद्वान राजनीतिज्ञ व पूर्व प्रधानमंत्री श्री पी. वी. नरसिंहराव के ‘मृत शरीर’ को कांग्रेस मुख्यालय में अंतिम दर्शनार्थ क्यों नहीं रखने दिया?

काँग्रेसी नहीं चाहते थे कि हिन्दू विद्वान राजनीतिज्ञ डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन देश के प्रथम उपराष्ट्रपति बने, वे चाहते थे कि पं. जवाहर लाल नेहरू की बहन ‘विजयलक्ष्मी पंडित’ ही प्रथम उपराष्ट्रपति हों ! यक्षप्रश्न अभी भी अनुत्तरित है !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.