क्षणिका

पानी बीच मीन पियासी

एक वकील कहते हैं–
नियोजित शिक्षकों को
रुपये के लिए नहीं,
सेवाभावश:
कार्य करने चाहिए;
मगर वकीलों को
महँगे फीस तो चाहिए ही !
×××
कविता और लालमोहन
एकसाथ….
‘विश्वफूल’ के हाथों
दोनों है तैयार….
रविवारीय रसपान।
×××
चिराग तले अँधेरा,
गंगा किनारे अपवित्रता,
जल में मीन प्यासी,
पंखहीन पक्षी,
स्वस्थ को साबुदाना,
आयत के लिए 19/6,
चिड़ियाखाना और मानव,
मेरे पागलपन लिए
सबकुछ ख़त्म, किन्तु
पिक्चर अभी बाकी है, दोस्त !
×××
आदरणीय भैया जी,
शुभ अपराह्न बेला !
आपने इन शब्द
और वाक्य-विन्यासों में
जो भी लाघव समीक्षा प्रस्तुत की है,
वो गुरुभार लिए है !
पढ़कर लगा,
मुझे अपनी मजदूरी मिल गयी !
आप इसीतरह
‘आशीष’ बनाये रखेंगे !
सादर।

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.