गजल
हमारे साथ रहकर भी वो हमारा न हुआ।
ये उसका स्वभाव हमको गवारा न हुआ
बात करता तो है वो बिना तजुर्बे वाली।
जैसे उस लम्हे से उसका गुजारा न हुआ
ऐसा होना भी किसी का क्या होना है
होकर के वो हमारा दोबारा न हुआ
— अभिषेक जैन
हमारे साथ रहकर भी वो हमारा न हुआ।
ये उसका स्वभाव हमको गवारा न हुआ
बात करता तो है वो बिना तजुर्बे वाली।
जैसे उस लम्हे से उसका गुजारा न हुआ
ऐसा होना भी किसी का क्या होना है
होकर के वो हमारा दोबारा न हुआ
— अभिषेक जैन