कविता

रक्षण प्रक्रिया

सुरक्षा प्रक्रिया

रक्षा प्रक्रिया

और भी कठिनाई

कि जिंदगी यूँ ही

बढ़ती रहे आगे-आगे

यह तथ्य चलकर भी

विश्वास कायम हो

या नहीं हो,

किन्तु-परंतु

आकस्मिक जीवंतता के

विन्यास पर

देखते-देखते

रोकने पर

मनमोहकता भी

एक-दूसरे से परे पहुँचकर

नित्यानंदरूप अखंडता के प्रसंगश:

हम आगे बढ़कर बातें कर लें

यही सापेक्ष है,

अन्यथा सब निरपेक्ष है

यह होकर भी

कुछ भी तय नहीं है

कि आगे का कुछ भी भय नहीं है

यह तो होना ही है

कि लोगों के बाद भी

यह अकारण नहीं है

बिना कारण के

सकारण नहीं है,

अपितु यह संशयात्मक है,

आशयात्मक है

कठिनाई के साथ

विपथगाथ

और भी

और भी

और भी

और भी !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.