विविध

नोबेल का भारतम भविष्य !

भारत में जन्म लेनेवाले और विदेशी मूल के भारतीयों को मिलाकर भारत ने सभी क्षेत्र के ‘नोबेल पुरस्कार’ को जीता है। ऐसे मूलतः 8 व्यक्ति हैं, परंतु कई ऐसे ब्रिटिश नागरिक हैं, जिनके यानी खुद के अथवा जिनके दादाजी का जन्म भारत में हुआ था । यथा- रोनाल्ड रॉस, रुडयार्ड किपलिंग आदि का जन्म भारत में हुए हैं, तो वी. एस. नायपॉल के दादा जी का जन्म भारत में हुआ था, किन्तु इसे छोड़ भारत में जन्म लेनेवाले भारतीय व विदेशी मूल के भारतीयों में कुल 8 नोबेल पुरस्कार विजेता ही सत्यश: हैं और जिन्हें जिस वर्ष नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुए हैं, उनमें 2 से 9 के अंक दृष्टिगत हैं, जिनसे ऐसा लगता है कि अब उस आगामी वर्ष ही भारतीयों को ये पुरस्कार प्राप्त होंगे, जिस वर्ष के अंकों के आपसी जोड़ ‘1’ प्राप्त होगा ! मेरे द्वारा अन्वेषित आकलन तो देखिए, जो अग्रांकित हैं :-
1. ……… / निकट भविष्य में : वर्ष 2026 = 2+0+2+6 = 10 = 1+0 = 1,
2. वी. रामकृष्णन / रसायन / 2009 = 2+0+0+9 = 11 = 1+1 = 2,
3. एस. चंद्रशेखर / भौतिकी / 1983 = 1+9+8+3 = 21 = 2+1 = 3,
4. सी. वी. रमन / भौतिकी / 1930 = 1+9+3+0 = 13 = 1+3 = 4,
5. रवीन्द्रनाथ टैगोर / साहित्य / 1913 = 1+9+1+3 = 14 = 1+4 = 5,
6. हरगोविंद खुराना / चिकित्सा / 1968 = 1+9+6+8 = 24 = 2+4 = 6,
7. कैलाश सत्यार्थी / शांति / 2014 = 2+0+1+4 = 7,
8. मदर टेरेसा / शांति / 1979 = 1+9+7+9 = 26 = 2+6 = 8,
9. अमर्त्य सेन / अर्थशास्त्र / 1998 = 1+9+9+8 = 27 = 2+7 = 9
★मेरे इस अनूठे खोज यानी 2026 में किसी भारतीयों के नोबेल पुरस्कार की प्राप्ति को लेकर यह सिर्फ एक अंकगणितीय अनुमानाधारित है, क्योंकि यह अन्य वर्ष लिए व वर्ष के अंकों के योग से प्राप्त 1 से लेकर 9 तक के परिणाम-वर्ष को भी ‘नोबेल पुरस्कार’ प्राप्त हो सकते हैं!

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.