कविता

संत वैलेंटाइन के प्रेम के प्रति त्याग

क्या काम-क्रियाई ही है

‘प्रेम दिवस’ ?

संत वैलेंटाइन के

प्रेम के प्रति त्याग

और बलिदान लिए

पाश्चात्य दिवस के

इस रूप को

वैलेंटाइन डे

या प्रेम दिवस के रूप में

मनाते हैं,

लेकिन इसे आज

सिर्फ प्रेमी और प्रेमिका के बीच

चोंच -मिलाई,

रसीले ओठ के बीच चस्पाई,

भरपूर और काम -सिंकाई

आलिंगन के बाद

सेक्स -दिवस के रूप में

मनाने की जिद किए हैं ।

प्रेम भाई -बहन,

माता -पुत्र,

पिता -पुत्री,

सहकर्मी -सहकर्मिनी के

बीच भी होते हैं ।

प्रेम बातों में भी है

और बातों के इतर भी ।

प्रेम स्पर्श है,

तो व्यंजन भी ।

यह दो सेक्स के बीच

आकर्षण है,

तो दुलार भी ।

एक साथ बैठने,

स्पर्श करने,

बाल सहलाने,

नितम्ब -स्पर्शन,

चुम्मा इत्यादि से जब

एड्स नहीं हो सकता है,

तो ऐसा करने से

गर्भधारण कैसे हो सकता है ?

प्रेम मांगता नहीं,

खोता है !

स्पर्शन प्रेम स्वर -लहरी है,

तो ऊष्मा के स्रोत भी ।

महान दार्शनिक ओशो रजनीश की

किताब ‘संभोग से समाधि की ओर’

उसी बिम्ब को लिए है,

जैसे कोई ‘अक्षर ज्ञान से

उपाधि की ओर’ आते हैं ।

पद और पाद

दोनों दुर्गंध है,

इसलिए प्रेम करते जाइये ।

हाँ, अधूरा प्रेम अमर रहता है ।

प्रेम दिवस की अनंत शुभकामनाएं !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.