/ विचार /
विचार होते हैं
मनुष्य के
विभिन्न प्रकार के
विचार ही मनुष्य के
विविध रूप हैं
विचार नहीं तो
मनुष्य नहीं है
धर्म हो या दर्शन
अपने विचार के अनुरूप
लगते हैं सही या गलत
विचार के अनुरूप
लगता है अपना या पराया
ऊँच – नीच, सही – गलत
विचारों की दुनिया में
विचारों के साथ
लड़ते – लड़खड़ाते – लंगडाते
जिंदगी एक जद्दोजेहद है।