कविता

मन्नै गुल्लक फोड़ी, कोई खबर नहीं !

विलासिता
प्रदर्शित करनेवाले
चीजों को व्यवहार
करनेवालों को
‘पद्म अवार्ड’
नहीं मिलनी चाहिए,
चाहे वो कोई भी हो !
××××
अभी सांसत में है जान,
फिर भी कहते-
मैं हिन्दू, तू मुसलमान !
कोरोना से
मिट रहे ये पहचान,
तो क्यों न बने
हम इंसान !
××××
घर बैठे
आविष्कार कीजिए,
फिर पढ़ने की
जरूरत क्या है ?
तब स्कूल-कॉलेज
जाने की भी नहीं !
आर्किमिडीज़
कौन से स्कूल गए थे ?
××××
चंद जोकरों की वजह से
फैल रहा कोरोना वायरस !
जो डर गया,
समझो बच गया !
अभिनेता सलमान खान
पिछले साल कहिन।
××××
काफी पढ़कर भी
पूरी दुनिया के
चिकित्सा विज्ञानी
महामारी संकट से
निजात नहीं पा सके,
पर अनपढ़ ‘दशरथ मांझी’
पहाड़ को
औकात बता दिए थे !
××××
आजकल के पत्रकार
“सूंघकर”
खबर के पास
नहीं पहुँचते हैं,
फ़ेसबुक पर
कई पोस्ट
समाचार लिए होती हैं!
मन्ने गुल्लक फोड़ी,
कोई खबर नहीं !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.