क्षणिका

कुकुरमुत्ते की तरह

छात्रों के
किताब की दुकानों से
पहले
हमारे बड़े सरकार ने
पहले
‘शराब’ की दुकान खुलवाई !
××××
मेरे लिए फेसबुक
‘मनोरंजन’ का साधन है,
समाचार पाने का नहीं !
कृपया सज्जन लोग
मेरे जैसे मूर्ख
और बकवास लोगन के
पोस्ट पर
मत आइये !
××××
मैं कभी नहीं भटकता,
जिंदगी में हास्य लाइये !
कोई शब्द गलत नहीं है,
नजरिया गलत है !
××××
क्षेत्र में
समाजसेवियों की संख्या
कुकुरमुत्ते की तरह
उग आई है,
जो खुद भरपेट खाकर
‘भूखे’ के बारे में
मुद्दे उठाकर
चिंतक कहलायेंगे !
××××
आजकल सड़क पर
साँड़, बोतु, घोड़े और कुत्ते
‘लिंगिस्तान’ निकाले
‘दबंग’ घूमते हैं !
लॉकडाउन में
उनके कृत्य पर रोक
कौन लगाएंगे ?
××××
मूर्ख और बकवास
लोगों के
पोस्ट पर
क्यों आ जाते हैं ?
आप जैसे
सज्जन लोगों को
इस मंच पर
कोई दरकार नहीं !
××××
सड़क पर
आवारागर्द पशु
घूम रहे हैं,
जो मेरे आँगन
घुस आते हैं !
मैं खुद दो वक्त
भूखे रहता हूँ,
फिर
‘आवारागर्द’ की चिंता
कौन करें ?

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.