दो कविताएं
अँधेरी रात में भी भोर की आस रखना तुम | अँधेरा नित नहीं रहता यही विशवास रखना तुम ||
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Read Moreकेंद्र और राज्य यानी दोनों सरकार आरटीआई को कमजोर कर रही (गृहमंत्री के बोल वचन में सच्चाई छिपा) इधर आरटीआई
Read More‘मङ्गलम भगवान विष्णु, मङ्गलम गरुड़ध्वज; मङ्गलम पुण्डरीकाक्ष:, मंगलाय तनोsहरि:’ के शब्दार्थ क्या है? यह पुण्डरीकाक्ष कौन है? ×××× ‘अतिथि शिक्षकों’
Read Moreसुनते आया हूँ, मालकिन के साथ नौकरों के और मालिकों के साथ नौकरानी की अवैध संबंध रहे हैं ! भीषण
Read Moreमहिलाएं मरदों की गुलामी से कभी निकलना ही नहीं चाहती ! माँ नामक महिला से 9 माह की कैद से
Read Moreवृंदावन का नाम आते ही मन मस्तिष्क पर श्री कृष्ण की मनमोहक झांकियां सज जाती है …..वह नटखट कृष्ण ,
Read Moreप्रेम अमर है, कभी न मरता, प्रेम, प्रेम का, जीवन है। प्रेम ही पथ है, प्रेम पथिक है, प्रेम ही,
Read Moreभारत में हजारों वर्ष पूर्व से योग और आयुर्वेद जैसी चिकित्सा पद्धति विद्यमान है। अंग्रेजों के भारत में आने से
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