इतिहास

अभिनय सम्राट दिलीप साहब

7 जुलाई महेंद्र सिंह धौनी का जन्मदिवस, किन्तु अभिनय सम्राट दिलीप कुमार ने 2021 के इसी तिथि को 98 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. हिंदी सिनेमा के प्रथम पंक्ति के अंतिम जांबाज सेनानी दिलीप साहब के अवसान से इस युग का अंत हो गया.

तारीख 7.7.2021 की सुबह करीब 7.30 बजे दिलीप कुमार का हिंदुजा अस्पताल, मुम्बई में निधन हो गया, वे लंबे समय से बीमार थे. पिछले एक माह में दो बार अस्पताल गए और आईसीयू में भर्ती भी हुए थे. 7.7.2021 की शाम 4 बजे दिलीप साहब मुम्बई के जुहू कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक हो गए.

कई जानकारियों को लिए विकिपीडिया के अनुसार, दिलीप साहब का जन्म मुहम्मद युसुफ़ खान के रूप में पेशवर (अब पाकिस्तान में) में हुआ था. उनके पिता बम्बई (अब मुम्बई) में फल विक्रेता थे, चाचा फल दुकान में होते थे और बालक यूसुफ वहाँ बैठा करते थे.

वहीं देविका रानी की नजर उनपर पड़ी और वे फ़िल्म ‘ज्वारभाटा’ के अभिनेता हो गए. एक्टिंग भी अच्छा किये. लेखक भगवतीचरण वर्मा ने उनका नाम बदलकर यूसुफ खान से दिलीप कुमार कर दिए. उन्हें हिन्दी फ़िल्मो में ज्यादा पहचान और सफलता मिली. सादर श्रद्धांजलि..

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.