टैगोर की पुण्यतिथि, राष्ट्रगान की धुन और ओलंपिक में स्वर्ण पदक
राष्ट्रगान की धुन के बीच बिग बधाई “नीरज चोपड़ा” जी को यानी ओलंपिक के भारतीय इतिहास में भालाफेंक/एथेलेटिक्स में पहला गोल्ड,
तो बजरंग पुनिया जी को अप्रतिम बधाई कांस्य पदक जीतने पर। ध्यातव्य है, राष्ट्रगान के कवि गुरुदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर की पुण्यतिथि 7 अगस्त को है और 7 अगस्त को ही गोल्ड मेडल जीतने पर राष्ट्रगान की धुन लिए नीरज चोपड़ा जी अतुलनीय आनंदित हो रहे होंगे !
गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर, जो दुनिया के पहले ऐसे गीतकार हैं, जिन्होंने तीन देशों- भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश के राष्ट्रगान को लिखा, तो एशिया के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता भी थे। ऐसे महान व्यक्ति रवीन्द्रनाथ टैगोर को उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें सहित उनके तमाम प्रशंसकों को सादर सुमन !
गुरुदेव, कवीन्द्र आदि उपनामों से विशेषित विश्वकवि टैगोर विश्वभारती विश्वविद्यालय, शांतिनिकेतन के संस्थापक भी थे । उनपर अंग्रेजों को साथ देने का ठप्पा भी लगा था, किन्तु जलियाँवाला हत्याकांड के बाद जब उन्होंने ‘सर’ व Knight की उपाधि अंग्रेज सरकार को वापस कर दिया, तब उन्हें अंग्रेजी-ठप्पा से मुक्ति मिली। गुरुदेव को सादरांजलि!
वहीं दूसरी ओर 1,000 से अधिक तमिल फिल्मों के पटकथा लेखक और 5 बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे व द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के आजीवन अध्यक्ष रहे माननीय एम. करुणानिधि 7 अगस्त 2018 को हम-सबसे बिछुड़ गए।