गीत/नवगीत

राष्ट्र – आराधना [ गीत ]

लहराता है केतु तिरंगा,
भारत की है शान।
करती नमन नित्य तव संतति,
मेरा देश महान।।
मस्तक ऊँचा किए हिमाचल,
अपना पहरेदार।
उत्तर में कंचन -किरीट वह,
प्रकृति दत्त उपहार।।
गंगाजल से पावन धरती,
मोहक साँझ विहान।
ऊँचा कर ललाट रहता है,
अपना हिंदुस्तान।।
करती नमन नित्य तव संतति,
मेरा देश महान।।

दक्षिण में चरणों को धोता,
गहरा सागर एक।
भाषाओं के इंद्रधनुष में,
अपनी हिंदी नेक।।
सूत्र एकता का है सुदृढ़,
रंग – बिरंगे वेश।
कलकल कर बहती हैं नदियाँ,
बहुविध भारत देश।।
गेहूँ धान उगाती – धरती,
कृषक स्वेद – तपवान।
कण-कण तीर्थ धरा माटी का,
प्रभु – आभा का मान।।
करती नमन नित्य तव संतति,
मेरा देश महान।।

उषा – लालिमा है प्राची में,
दिखलाती नव कांति।
खोल उठीं किसलय भी पलकें,
पादप प्रेमिल शांति।।
विहग करें कलरव कुंजों में,
कोकिल तोता मोर।
खंजन फुदक रही खेतों में,
हर्षित तन – मन – पोर।।
पवन – लहर में नाच रहे हैं,
गेहूँ , राई , धान।
मगन मस्त मन में हैं अपने,
धरती – पुत्र किसान।।
करती नमन नित्य तव संतति,
मेरा देश महान।।

पुनः आगमन के हित जाता,
पश्चिम में रवि डूब।
संध्या – परी उतरती नीचे,
दिखा लालिमा खूब।।
चाँद संग तारागण लेकर,
भरता गगन प्रकाश।
टिम – टिम तारे करते सारे,
करते तमस – विनाश।।
निद्रामय विश्राम पसरता,
करता नष्ट थकान।
प्रातः हुआ अरुणिमा छाई,
बचा न क्लांति निशान।।
करती नमन नित्य तव संतति,
मेरा देश महान।।

केसरिया सित और हरा रँग,
एक सूत्र की टेक।
बनते सब मिल एक तिरंगा,
‘शुभम’ भावना नेक।।
कमल,गुलाब,जुही,केसर की,
महकें क्यारी रोज़।
कवियों की वाणी में बरसे,
काव्य – सरित से ओज।।
संस्कृति सकल सुमेधामय ये,
नमन करे हर प्राण।
रक्षक अपना धर्म सनातन,
वही देश का त्राण ।।
करती नमन नित्य तव संतति,
अपना देश महान।।

— डॉ. भगवत स्वरूप ‘शुभम’

*डॉ. भगवत स्वरूप 'शुभम'

पिता: श्री मोहर सिंह माँ: श्रीमती द्रोपदी देवी जन्मतिथि: 14 जुलाई 1952 कर्तित्व: श्रीलोकचरित मानस (व्यंग्य काव्य), बोलते आंसू (खंड काव्य), स्वाभायिनी (गजल संग्रह), नागार्जुन के उपन्यासों में आंचलिक तत्व (शोध संग्रह), ताजमहल (खंड काव्य), गजल (मनोवैज्ञानिक उपन्यास), सारी तो सारी गई (हास्य व्यंग्य काव्य), रसराज (गजल संग्रह), फिर बहे आंसू (खंड काव्य), तपस्वी बुद्ध (महाकाव्य) सम्मान/पुरुस्कार व अलंकरण: 'कादम्बिनी' में आयोजित समस्या-पूर्ति प्रतियोगिता में प्रथम पुरुस्कार (1999), सहस्राब्दी विश्व हिंदी सम्मलेन, नयी दिल्ली में 'राष्ट्रीय हिंदी सेवी सहस्राब्दी साम्मन' से अलंकृत (14 - 23 सितंबर 2000) , जैमिनी अकादमी पानीपत (हरियाणा) द्वारा पद्मश्री 'डॉ लक्ष्मीनारायण दुबे स्मृति साम्मन' से विभूषित (04 सितम्बर 2001) , यूनाइटेड राइटर्स एसोसिएशन, चेन्नई द्वारा ' यू. डब्ल्यू ए लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड' से सम्मानित (2003) जीवनी- प्रकाशन: कवि, लेखक तथा शिक्षाविद के रूप में देश-विदेश की डायरेक्ट्रीज में जीवनी प्रकाशित : - 1.2.Asia Pacific –Who’s Who (3,4), 3.4. Asian /American Who’s Who(Vol.2,3), 5.Biography Today (Vol.2), 6. Eminent Personalities of India, 7. Contemporary Who’s Who: 2002/2003. Published by The American Biographical Research Institute 5126, Bur Oak Circle, Raleigh North Carolina, U.S.A., 8. Reference India (Vol.1) , 9. Indo Asian Who’s Who(Vol.2), 10. Reference Asia (Vol.1), 11. Biography International (Vol.6). फैलोशिप: 1. Fellow of United Writers Association of India, Chennai ( FUWAI) 2. Fellow of International Biographical Research Foundation, Nagpur (FIBR) सम्प्रति: प्राचार्य (से. नि.), राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सिरसागंज (फ़िरोज़ाबाद). कवि, कथाकार, लेखक व विचारक मोबाइल: 9568481040