कविता

एक कहानी

आंसू दर्द,
और फिर तन्हाई,
गिले शिकवे ,
और फिर जुदाई,
प्यार-इश्क ,
और फिर रूसवाई,
हसरत-ख्वाब ,
और फिर जग हंसाई,
सच्च-झूठ,
और फिर बदनामी,
पाप-पुण्य,
और भावना अहम की,
लोभ,स्व,मद ,मय,
और फिर नाराजगी,
खामोशी,कफन,
और फिर दुनियाँ से विदाई,
क्या यही है जिंदगी,
और इस जिंदगी की दासतां,
जो कह रही हर पल,
हर जीवन की सच्ची कहानी।

— सलोनी सिंह

सलोनी सिंह

सुल्तान गंज, भागलपुर-बिहार