गीत/नवगीत

एक-दूजे की परवाह करें जो

सच से है विश्वास विकसता, विश्वास संबन्ध आधार है।
एक-दूजे की परवाह करें जो,  गर्व से कहते प्यार है।।
परिचय प्रथम कदम प्रेम का।
आकर्षण भी स्वरूप नेह का।
समय बिताना साथ जब चाहें,
अंकुरण देखो हुआ प्रेम का।
लेन-देन तो प्यार नहीं  है, यह तो बस व्यापार है।
एक-दूजे की परवाह करें जो,  गर्व से कहते प्यार है।।
आँखों-आँखों होतीं बातें।
सपनों में भी हों मुलाकातें।
कितनी भी हो टोका-टाकी,
यादों में ही बीतें रातें।
अधिकार की बात नहीं कोई, कर्तव्य प्रेम का सार है।
एक-दूजे की परवाह करें जो,  गर्व से कहते प्यार है।।
साथ की ही बस चाह न होती।
वियोग भी होता जीवन मोती।
प्रेमी को खुशियों की खातिर,
समर्पित कर दें जीवन जोती।
कुछ न छुपाते इक-दूजे से, उनको कहते यार हैं।
एक-दूजे की परवाह करें जो,  गर्व से कहते प्यार है।।

डॉ. संतोष गौड़ राष्ट्रप्रेमी

जवाहर नवोदय विद्यालय, मुरादाबाद , में प्राचार्य के रूप में कार्यरत। दस पुस्तकें प्रकाशित। rashtrapremi.com, www.rashtrapremi.in मेरी ई-बुक चिंता छोड़ो-सुख से नाता जोड़ो शिक्षक बनें-जग गढ़ें(करियर केन्द्रित मार्गदर्शिका) आधुनिक संदर्भ में(निबन्ध संग्रह) पापा, मैं तुम्हारे पास आऊंगा प्रेरणा से पराजिता तक(कहानी संग्रह) सफ़लता का राज़ समय की एजेंसी दोहा सहस्रावली(1111 दोहे) बता देंगे जमाने को(काव्य संग्रह) मौत से जिजीविषा तक(काव्य संग्रह) समर्पण(काव्य संग्रह)