गीत/नवगीत

नमन

खुशी खुशी जो सो गए, ओढ़ कर कफन
कारगिल के शहीदो, शत शत तुम्हें नमन,,,,
माँ भारती के वीरों, शत शत तुम्हे नमन,,,
गोलियाँ-बारूद से भी, जो नहीं डरे
शहीद हो गए, लेकिन, हटे नहीं परे
रखेगी याद दुनिया, ना भूलेगा ये चमन
कारगिल के शहीदो,,,,,,,,
सिन्दूर, राखी, दूध भी, आड़े नही आया
माँ भारती से फ़र्ज़ तुमने, खूब निभाया
धरती भी रोयी उस दिन, रोया था ये गगन
कारगिल के शहीदो,,
तिरंगे में लिपटकर, जब घर में तू आया
पिता ना रोया जिसने, मन्नत से था पाया
बिलखती रही माँ और, तुम कर गए गमन
कारगिल के शहीदो, शत शत तुम्हें नमन,,,,,
— लक्ष्मी डबराल

लक्ष्मी डबराल

पिता - श्री श्रीधरप्रसाद काला माता -श्रीमती सत्या भामा काला पति - नितिन डबराल जन्म स्थान - तलवाड़ा (जम्मू-कश्मीर) निवास स्थान- मुजफ्फरनगर (उ.प्र) शिक्षा- एम॰ए॰ (अंग्रेजी और शिक्षाशास्त्र)