कविता

विश्व में भारत आर्थिक विकास का इंजन है

विश्व में भारत आर्थिक विकास का इंजन है
जहां पारदर्शिता कारोबारी सुगमता का मेल है
यहां वस्तुओं और सेवाओं की गुणवत्ता को
प्राथमिकता देना अर्थव्यवस्था का खेल है
दूरदर्शी कल्याणकारी नीतियों का मेल है
जनसंख्यकिय तंत्र को ताकत बनाना खेल है
कड़ियों को सामंजस्य से जोड़ना मेल है
सुगमता सामंजस्यता लाना यहां खेल है
अर्थव्यवस्था को ताकतवर बनाकर
दुनिया का विश्वास हासिल करना मेल है
विकसित देश भारत के साथ व्यापारिक समझौते
के लिए उत्सुक हैं जो मेहनत का खेल है
— किशन सनमुखदास भावनानी

*किशन भावनानी

कर विशेषज्ञ एड., गोंदिया