यात्रा वृत्तान्त

प्रकृति की असीम भव्यता और विज्ञान की ससीमता का अनूठा सुमेल है : मिन्नेवंका झील, कनेडा

मिन्नेवंका झील शहर बैंक, अल्बर्टा, कनेडा, की स्वर्ग स्वरूप झील है। प्रकृति की असीम भव्यता तथा विज्ञान की ससीमता का
अनूठा उदाहरण है मिन्नेवंका झील। मिन्नेवंका झील कनेडा में बैंक नैशनल पार्क के पूर्वी क्षेत्र में स्थित एक पहाड़ी बर्फ
(हिमाच्छादित) के पानी से निमार्ण अलबेली झील है। जो स्वंय अपने वजूद से निकल कर प्राकृति स्वरूप में सुसज्जित है। कनेडा
के प्रसिद्ध पहाड़ी क्षेत्र के शहर बैंक टाऊन साईट से लगभग पांच किलोमीटर दूर उत्तर पूर्व में स्थित है भिन्नेवंका। यह झील
लगभग 21 किलोमीटर लम्बी तथा 142 मीटर गहरी है। यह झील कनेडियन पहाड़ी पार्कों में से दूसरी सब से लम्बी झील है।
इस झील तक पहुंचने से पहले सड़क की दाईं ओर एसपैन वृक्षों के घने जंगल नज़र आते हैं तथा बाई और खस्ता हालत की ढलाने
वाले सख्त किरमची, नारंगी, तथा मौलसिरी रंग के चुलबुले दिलकश पहाड़।
इस झील की चारों और लम्बी पैदल यात्रा करने का शानदार आनंदमयी लुत्फ है। इसके ईर्द-गिर्द लम्बे-पतले और छतरीनुमां
शाखाओं वाले एसपैल के वृक्ष अद्भुत दृश्य बनाते हैं। इन वृक्षों के तने बांस की भांति पतले तथा किसी छमकछल्लो सी इकहरे
बदन की खूबसूरत अर्धनगन गोरी कामिनी जैसे। झील के इर्द-गिर्द टेढे मेढे, ऊबड़-खाबड़ खुरदरे भ्रमण रास्ते हैं। जो इस की शोभा
को अलंकारित करते हुए देव लोक का परिणाम देते हैं।
यहां लागे गर्मी के दिनों तथा कम ठंडी के दिनों में ही आते हैं। सवेर से शाम तक लोगों का तांता लगा रहता है। रंग-ब-रंगे पारदर्शी
तम्बूयों में आनंद लेते लोग तथा रंग-ब-रंगी कश्तियों में गोरे गुलाबी खूबसूरत लोग ठंडीठार हवाओं में, जंगलों की राहनुमाई में
जन्नत का नायाब स्वरूप लगते हैं। चप्पूयों से चलती कश्तियां दूर से अद्भुत दृश्य बनाती हुई मर्मस्पर्शी लगती। पारदर्शी पानी में
तैरती कश्तियां किसी चित्रकारी का नमूना नज़र आती। दूर से झील के सामूहिक छोटे-छोटे दृश्य मिलकर ऐसा नज़ारा पेश करते
कि जैसे प्रकृति ने अपनी सुन्दरता के दस्तख्त (हस्ताक्षर) किए हों।
इस झील के क्षेत्र में प्रवेश करने से पहले टिकट लेनी पड़ती है। लोग सपश्विार अपने साथ ब्रैंच, लंच तथा अन्य पकवान-मिष्ठान
साथ लेकर आते हैं। पिकनिक का सारा सामान। अलग-अलग ओवनों (तंदूरों) में पकता मीट तथा (शाकाहारी-मांसाहारी) पदार्थों
की तीखी लज्जतदार खुशबू दूर दूर तक अपना प्रभाव छोड़ती। आग के अंगारों तथा धूएं की उच्चाई में पकते पकवान, झील के
नजारों को जन्नत के समीप ला खड़ा करते। जैसे जन्नत में मेला लगा हो।
झील के समपी दूर-दूर तक कोई भी दुकान नहीं है। पहाड़ों की ताजी स्वच्छ हवा पानी को चूम कर जब सांसो में उतरती है तो
एकाग्रता रोमांचिकता का अनुभव महसूस करती है। एक ललक रूमांटिकता में उतरती है। झील के साथ-साथ घने जंगलों में वन्य
जीवों की हलच ल देखने को मिलती है जिन में खच्चर, हिरण, भालू भेड़िए, एल्क, जंगली भेड़ और प्रचुर मात्रा में पक्षी आवादी
शामिल है। पंक्षियों की सामूहिक मिश्रण आवाजे संगीत तथा गीत को एकाकार करती अच्छी लगती है।
मिन्नेवंका झील वर्तमान में राष्ट्रीय उद्यान प्राकृतिक और सांस्कृतिक महत्व के परिदृश्यों की रक्षा करती है। हालां कि पिछली
शताब्दी में झील के कई बदलाव हुए फिर भी लोग इस की जंगली प्रकृति और छिपे रहस्यों की तलाश जारी रखते हैं। इसी में
मिन्नेवंका झील की आत्मा जीवित है।
एक लम्बी पैदल यात्रा और मांउटेन बाइकिंग ट्रेल उतरी किनारे के साथ-साथ चलती है यह स्वीवर्ट कैम्यन और छह बैककंट्री कैम्प
साई से गुजरती है।
माऊंट आयल्मर जो 3162 मीटर पर पार्क के इस क्षेत्र से सबसे ऊंचा पर्वत है। झील के उत्तर में कुछ दूरी पर स्थित है जो झील की
सुषमा को चार चांद लगा देता है।
यहां सबसे ज्यादा संख्या बच्चों की होती है जो यहां मजे लूटते हैं।
दुनियां में सबसे तंदरूस्त हवा और पानी कनेडा की धरती को नसीब है। झीलें स्वर्ग की पर्याय हैं। दोस्तों अगर आप कनेडा आए तो
मिन्नेवंका को देखना ना भूलना क्योंकि यहां है स्वर्ग की परिभाषा।

— बलविन्दर बालम

बलविन्दर ‘बालम’

ओंकार नगर, गुरदासपुर (पंजाब) मो. 98156 25409