कविता

चंद ने हॉकी को चाँद पर पहुँचाया

मेजर ध्यानचंद के नाम
खेल दिवस है आज
माँ शारदा, पिता समेश्वर
जन्म स्थल है प्रयागराज
जन्म हुआ था इनका
एक कुशवाहा परिवार में
फिर सेना में भर्ती हुये
भारतीय ब्रिटिश सरकार में
हॉकी में जादू कर
बन गए सबके खास
जो बचपन में करते थे
चाँद की रोशनी में अभ्यास।
चंद ने हॉकी को
चाँद पर पहुँचाया
ओलंपिक में तीन बार
स्वर्ण पदक दिलवाया
हॉकी स्टिक तोड़ी गयी
स्टेडियम में मैच के दौरान
स्टिक में चुम्बक होने का
हिटलर लगाया अनुमान।
जर्मनी से खेलने के लिए
एडोल्फ हिटलर से
आकर्षक न्योता पाए थे
ठुकराकर जादूगर ने
भारत के लिए हॉकी का
स्वर्ण युग लेकर आए थे।
पदम् भूषण देकर
मेज़र के नाम देश में
आज डाक टिकट जारी है
दुनिया ध्यानचंद को
रखेगी हमेशा याद
उनके कृत्यों के हम आभारी हैं ।
— नेतलाल यादव

नेतलाल यादव

उत्क्रमित उच्च विद्यालय शहरपुरा, जमुआ,गिरिडीह, झारखंड, पिन कोड-815312 व्हाट्सएप-8294129071