कविता

कविता – दिव्यांगजन

दिव्यांगजन भी देश का मूल्यवान मानव
संसाधन है इनके मुद्दों को प्राथमिकता देना है
इनको सर्वभोमिक पहुंच प्रदान करना है
इनका जीवनस्तर सुरक्षित सक्षम बनाना है
अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस सबने  मिलकर
दिव्यांगजन को उत्साह देखकर मनाए थे
राष्ट्रपति प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में
भारत की प्रगति में इनकी उपलब्धियों को सराहे थे
दिव्यांगजनों को और सशक्त बनाने में
आधारभूत सुविधाओं को सशक्त करना है
इनके लिए समानता पहुंच और अवसर
सुनिश्चित करने निरंतरता जोर देना है
राष्ट्रपति महोदय ने दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण
में उत्कृष्ट उपलब्धियों व सेवा के लिए
व्यक्तियों संगठनों संस्थाओं राज्य व जिला को
राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया है
— किशन सनमुखदास

*किशन भावनानी

कर विशेषज्ञ एड., गोंदिया