कविता

जिन्दगी

जिन्दगी सुख की चाहत अरमान है
जिन्दगी दुःख भरी एक फरमान है
जिन्दगी बदनसीबी की     जाम है
जिन्दगी खुशकिस्मती का  नाम है

जिन्दगी परेशानी का एक साया है
जिन्दगी दुखियारी की    माया है
जिन्दगी खुशियो की बरसात है
जिन्दगी ठोकर की  आघात  है

जिन्दगी शराब की    जाम है
जिन्दगी जहर भरी  पैगाम है
जिन्दगी मोहब्बत में बदनाम है
जिन्दगी नफरत की एक शाम है

जिन्दगी छल बल की माया है
जिन्दगी गम की बदरी छाया है
जिन्दगी प्रेम अनुराग की धाम है
जिन्दगी नफरत की   पयाम है

जिन्दगी मेहनत की   धुरी है
जिन्दगी सफलता की नूरी है
जिन्दगी विफलता से दुरी है
जिन्दगी प्यार बिना अधुरी है

जिन्दगी बदनामी का नाम है
जिन्दगी मानवता का   राम है
जिन्दगी हँसने का   अंजाम है
जिन्दगी जीने का     संग्राम है

— उदय किशोर साह

उदय किशोर साह

पत्रकार, दैनिक भास्कर जयपुर बाँका मो० पो० जयपुर जिला बाँका बिहार मो.-9546115088