भूल न जाना हे मानव
गौरव मय इतिहास हमारा,
भूल न जाना हे मानव |
मर्यादाएं मत बिसराना,
सच अपनाना हे मानव |
पूजनीय हो कर्म तुम्हारे,
जीवन शैली हो अनुकूल|
मर्यादित हो अनुशासित हो,
धर्माचरण न हो प्रतिकूल |
दान दया ममता समता गुण,
मत बिसराना हे मानव |
गौरव मय……..
राणा वीर शिवा के बेटे,
हम अतुल्य बलशाली हैं |
परशुराम सुखधाम राम के,
हम वंशज अधिकारी हैं |
तपना ही अपना जीवन है,
नहीं भुलाना हे मानव |
गौरव मय………..
भारत की रजकण चंदन है,
हर बालक है राम यहाँ |
हर बाला देवी की प्रतिमा,
उर में प्यार दुलार यहां |
सृष्टि समुन्नत देश बनाना,
विजई होना हे मानव |
गौरव मय इतिहास हमारा,
भूल न जाना हे मानव |
मंजूषा श्रीवास्तव ‘मृदुल’