कविता

जन्म दिन की शुभ कामना

गंगा सी पवित्र सरिता बनकर,

सदा अपनों के दिल में बहना,

रिश्ता जो भी मन से मानो ,

सदा उसी धारा में बहना,

कृपा सदा उस प्रभु की है,

जिसने दी ऐसी प्रेम भावना

शीतलता के छंद प्रवाह में

सदा समर्मित भाव से बहना,

सफलता के शिखर से चलकर,

सदियों सदियों अविरल बहना,

कर कमलो में महक सजा कर,

सदा प्रेम पुष्प बरसाते जाना,

लबो पे अपने नाम प्रभु का,

हरपल सिमरन करते जाना ,

परम प्रभु के शुभ आशीष से,

विनोद प्रिय रहनाऔर मुस्काना ,

नाज़ सभी को सदा हों आप पर,

ऐसी प्रीत कि ज्योति जलाना,

स्वाति नक्षत्र संग जितने तारे,

उतनी खुशियाँ आप नित पाना .

नीलम मोती से हो भरा खजाना,

फिर भी न अभिमान दिखाना,

शत शत नमन करे तुम्हे दुनिया ,

जग में अपना नाम कमाना,

— जय प्रकाश भाटिया

जय प्रकाश भाटिया

जय प्रकाश भाटिया जन्म दिन --१४/२/१९४९, टेक्सटाइल इंजीनियर , प्राइवेट कम्पनी में जनरल मेनेजर मो. 9855022670, 9855047845