कविता

ताज़ उसी के सर होता है जिनके सपने महान होते हैं

ताज़ उसी के सर होता है जिनके सपने महान होते हैं
कामयाबी उसे मिलती है जो हौसलों के खान होते है।

जो दिलों में दृढ-विश्वास और अटल ख्वाहीशें रखते हैं
इम्तिहानों से जो नही घबराते सफल वो इंसान होते हैं।

जिनके पहचान अलग हैं उनके अंदाज निराले होते हैं
वो परिचय के मोहताज नही इनके कदमों जहाँ होते हैं।

इनकी नजरिया अलग,इनके उदगार भी खास होते हैं
इनका हुनर बोलता है,यही इनके अलग अंदाज होते है।

ये कुछ अलग करते हैं,लोगों से कुछ अलग सोचते हैं
इनके अलग ये जुदा अंदाज जादुई करामात बोलते हैं।

इनके कलाम बोलते हैं और कला कलाकार बोलते हैं
इनको जताना लाजमी नही,और यही सरताज होते है।

— अशोक पटेल “आशु”

*अशोक पटेल 'आशु'

व्याख्याता-हिंदी मेघा धमतरी (छ ग) M-9827874578