कविता

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस विशेष -कारण हम आप हैं

मातृशक्ति नारीशक्ति का नमन वंदन कीजिए

औपचारिकताओं भरा न अभिनंदन कीजिए,

कोई भी मां बहन बेटी कभी गैर नहीं होती

सबको अपनी ही मां बहन बेटी मानकर तो देखिए। 

भाषण, लेखन, गोष्ठी में बड़ी बड़ी बातें न कीजिए

धरातल पर उसका उदाहरण आप ही पेश कीजिए,

नारी उत्पीड़न पर धरना प्रदर्शन रैली करने वालों 

आप खुद कितने जिम्मेदार हैं इस पर भी मनन कीजिए। 

नारियों का अपमान देखकर तनिक विचार कीजिए

अपने पराये के चक्कर में अब मुँह फेरा न कीजिए।

क्या पता कल आपकी मां बहन बेटी की बारी हो?

ऐसी नौबत आने की पृष्ठभूमि तो न तैयार कीजिए। 

नारी शक्तियों के वंदन अभिनंदन का न ढोल पीटिए

नारी को सुरक्षित वातावरण का बस आधार दीजिए,

इनकी उनकी अपनी पराई की सोच को दफन कीजिए

हर नारी के लिए आप भी सुरक्षा घेरा बना कीजिए। 

नारियों में भय का कारण भी भला और कौन है जनाब

उनकी इस सोच के पीछे के सूत्रधार हम आप हैं जनाब,

इनको उनको दोष देने की परंपरा को अब विश्राम दीजिए

नारी शक्ति को आज से ही नव सुरक्षित आयाम दीजिए। 

*सुधीर श्रीवास्तव

शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल, बड़गाँव, गोण्डा, उ.प्र.,271002 व्हाट्सएप मो.-8115285921