शिशुगीत

21.चिड़िया

(बाल काव्य सुमन संग्रह से)

 
चिड़िया उड़ती फुर्र-फुर्र-फुर्र-फुर्र,
नील गगन तक जाती है,
चीं-चीं चूं-चूं गीत सुहाना,
बड़े प्यार से गाती है.
अपने छोटे बच्चों को वह,
खुद उड़ना सिखलाती है,
बड़े प्यार से चुग्गा-दाना,
लाकर उन्हें खिलाती है.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244