कविता

पेड़ लगाओ जीवन बचाओ

कहाँ जाएगे वन के जानवर
उजड़ जाएंगे जब हमारे घर ।
जंगल हीं  हमारा घर-बाहर
जंगल से हीं है मंगल रहबर ॥
जंगल काटकर बन रहें शहर
ईश्वर को भी है इसकी खबर ।
ग्लोबल वार्मिंग  का है कहर
प्रकृति में मत फैलाओं जहर।।
 पेड़ बिना धरती लगें बंजर
 पेड़ पर मत चलाओं खंजर ।
 एक पेड़ सौ पुत्रों के बराबर
 पेड़ देते है प्राणवायु का वर ॥
— गोपाल कौशल भोजवाल 

गोपाल कौशल "भोजवाल"

नागदा जिला धार मध्यप्रदेश 99814-67300