क्षणिका

जिंदगी

जिंदगी एक छोटा-सा कमरा है
जिसमें या सपने रह सकते हैं
या बहाने
जिनके कमरे में सपनों का निवास है
वे भर सकते हैं ऊंची उड़ानें
बहानों के निवास वाले
क्या कर सकते हैं
वे जानें और सिर्फ़ वे ही जानें!
लक्ष्य न ओझल होने पाए
सपनों को साकार करने को
कदम मिलाकर चल
अपनों का सत्कार करने को
सफलता तेरे चरण चूमेगी
उड़ानें समक्ष होंगी स्वागत करने को
जिंदगी का छोटा-सा कमरा बन जाएगा
आलीशान महल रहने को.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244