डॉ सत्यवान सौरभ को राष्ट्रीय युवा साहित्य सम्मान
स्कूल की प्रार्थना सभा में बोलना और रोजाना नोटिस बोर्ड पर काव्य पंक्तियाँ लिखने वाले बच्चे ने आज सालों बाद साहित्यकार बनने का सफर तय कर डाला। हरियाणा के युवा साहित्यकार डॉ सत्यवान सौरभ को यह पुरस्कार उनके दोहा संग्रह ‘तितली है खामोश’ पर दिया गया है। डॉ सत्यवान सौरभ को भाऊराव देवरस सेवा न्यास लखनऊ द्वारा पंडित प्रताप नारायण मिश्र स्मृति युवा साहित्य सम्मान- 2023 का साहित्य पुरस्कार दिया जाएगा। इस अवसर पर डॉ सौरभ को स्मृति चिन्ह, शारदे प्रतिमा, शॉल, प्रशस्ति पत्र एवं ₹25000 राशि का चेक प्रदान किया जाएगा। डॉ सत्यवान सौरभ देश के ऐसे लेखक/कवि है जिनकी पहली पुस्तक मात्र कक्षा दसवीं में पढाई के दौरान यादें नामक काव्य संग्रह के रूप में आई और तब से ये खूबसूरत सफर जारी है और अपनी सौरभ से देश-विदेश को महका रहा है।