कविता

चाहत 

तेरी बातें मन को लुभाती है, 

हर पल तुम से मिलना चाहती है, 

तेरा गाना मुझे लुभाता है, 

सीधी साधी बातें तेरी,

 मन को हरषाती है, 

दिल के हर कोने में तुम ही नजर आते हो, 

तेरी याद मुझको तड़पाती है,

तेरी आखों की मस्ती में डूब जाती हूँ, 

तुम कब मेरे हो गये, 

यह दिल को पता नहीं, 

साथ हो तुम्हारा तो हर मंजिल आसान है, 

हर सफर सुहाना लगता है,

तेरे से हम हैं, 

तुम ही मेरी आस हो, 

मेरा साथ कभी छोड़ें  नहीं,

तेरे साथ बात करना अच्छा लगता हैं।।

— गरिमा

गरिमा लखनवी

दयानंद कन्या इंटर कालेज महानगर लखनऊ में कंप्यूटर शिक्षक शौक कवितायेँ और लेख लिखना मोबाइल नो. 9889989384