सफलता
कल की चिंता में सखा, कर मत आज निसार।
चिंता चिता समान है, चिंतन तारणहार।।
सफलता जब तक न मिले, करना सतत प्रयास।
बहता सरिता जल बने, जन जीवन की आस।।
कल की चिंता में सखा, कर मत आज निसार।
चिंता चिता समान है, चिंतन तारणहार।।
सफलता जब तक न मिले, करना सतत प्रयास।
बहता सरिता जल बने, जन जीवन की आस।।