लेख

घातक सिद्ध हो रहा परिणय का निर्णय

आधुनिकता भारत के गगन पर पंख पसार चुकी है लोग मॉडर्न और हाईफाई दिखाने के लिये संस्कार दफन कर चुके हैं और को सभ्यता को रौंद चुके हैं। आज की सबसे गंभीर समस्या यह है कि अब परिणय का निर्णय बहुत ही घातक सिद्ध हो रहा है, परिणय सूत्र में बंधने के बाद या तो परिवार में कलह शुरू हो जाती है या फिर किसी न किसी के जान पर बन आती है, कारण यह है कि दोनों पक्ष के लोग सभ्यता और संस्कार की तिलांजली दे चुके हैं मन मयूर की तरह नाच रहा है! देखे गये ख्वाब हकीकत की धरतल पर फलीभूत होते नजर नही आ रहे हैं कहीं न कहीं परिणय या फिर परिणीता ही राहों में रोड़ा बना नजर आ रहा है इसलिये अपने रास्ते हटाने के लिये मन में शाजिसों की एक बिसात विछी नजर आती है इस बिसात में किसी की शह होती है तो किसी की मात ये षह और मात का खेल वर्तमान में बहुत ही खतरनाक रूप ले रहा है।

आज के दौर में विवाह को लेकर ऐसा महौल बन चुका है कि अब लोगों को कुण्डली की जगह पर कॉल डिटेल निकालवानी चाहिए ताकि वर बधू के गुणों का मिलान असानी से हो सके ताकि परिणय सूत्र में बंधने के बाद जुर्म की नयी पठकथा न लिखी जाये और न ही सुनी जाये। जब कोई कहीं भी नया रिस्ता देखने जाता है तो कुल गोत्र चल, अचल संपति, खान पान, खर्च कमाई सब पर नजर डाली जाती है किंतु जहां बात प्रेम प्रसंग की हो तो इन सब बातों का कोई अर्थ नही रह जाता, और फिर शुरू होता है एक सनसनीखेज कहानी सिलसिला।

 3 मार्च 2025 को मेरठ की रहने वाली मुस्कान ने अपने पति सौरभ को अपने रास्ते हटाने के लिये अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर एक खतरनाक योजना बना डाली और अपने पति सौरभ को कई टुकड़ों में बड़ी बेरहमी के साथ काट कर निर्दयिता के साथ हत्या करके एक नीले ड्रम में भर दिया और ऊपर से सीमेंट से पैक कर दिया और दोनो रंगरलियां मनाने के लिये पहाड़ियों पर निकल गये, लेकिन मुस्कान और साहिल के कर्मों की सजा तो मिलनी ही थी! शायद इसलिये मुस्कान और साहिल के द्वारा किये गये हत्या की पोल खुल गयी फिर क्या एक सनसनीखेज मामला उभर कर सभी के सामने आया। अभी मुस्कान और सौरभ की स्याही अखबारों से खत्म नही हुयी थी कि 05 मार्च को मैनपुरी के भोगांव निवासी दिलीप का विवाह औरैया की प्रगति से हो गया प्रगति अपने पति दिलीप के साथ विदा होकर ससुराल गयी दो-चार दिन रहने के बाद वह अपने मायके आती है और अपने प्रेमी से मिलकर एक होटल में दिलीप को रास्ते से हटाने के लिये 2 लाख की सुपारी सुटरों को देती है जिसमें से बताया जा रहा है मुंह दिखाई की रस्म से मिले 1 लाख तुरन्त एडवांस दे देती है और एक लाख काम हो जाने के बाद तय होता है अभी प्रगति की मेहंदी भी नही उतरी थी और दिलीप की जिदंगी मिट्टी में उतर गयी।

इंदौर मध्यप्रदेश के राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई 2025 हुयी थी उसके बाद 20 मई 2025 को घर से हनीमून मनाने के लिये मेंघालय जाते हैं, मेंघालय से ही राजा की मौत कहानी शुरू होती है, सोनम और उसके प्रेमी राज के बीच में यदि कोई रोड़ा था तो वह सोनम का पति राजा ही था सोनम सात फेरे लेने से पहले ही राजा की मौत की पटकथा लिख चुकी थी जिसके लिये उसे मेंघालय जाना पड़ा और 2 जून 2025 को राजा का छत विछत शव एक गहरी खांई में मिलता है और सोनम गाजीपुर जनपद में एक ढाबे पर पुलिस को मिलती है, बाद में पता चलता है कि सोनम अपने पिता के कारखाने में काम करने वाले एक नौकर राज को दिल दे बैठी थी इसीलिये उसने एक मां की गोद उजाड़ दी जबकि चाहती तो शादी से पहले ही सब कुछ बता सकती थी लेकिन दुनियां की नजर में साफ सुथरा छवि वाली भी रहना चाहती थी और अपना मनवाछंति फल भी प्राप्त करना चाहती थी नतीजा सभी के सामने है।

कासगंज इलाके के पटियाला थाना क्षेत्र के अन्तर्गत भरगेना गांव की रहने वाली 9 बच्चों की मां रीना के दिल पर इष्क का भूत तांडव करने लगा तो 22 जून 2025 को अपने प्रेमी हनीफ के साथ मिलकर अपने पति रतिराम को मौत के घाट उतार और अपने प्रेमीं संग फरार हो गयी।

विहार के जमुई से प्रेम प्रसंग का एक ऐसा मामला सामने आया जिसने रिस्ते को षर्मषार कर दिय, सात जनम तक साथ निभाने का वादा पति से किया और भतीजे के साथ फरार हो गयी। जमुई थाना टाउन की रहने वाले विषाल का विवाह आयुशी के साथ हुआ था विवाह के बाद 8 साल तक दोनों पति पत्नी साथ में रहे और एक बच्ची को जन्म दिया फिर उसके बाद दूर के रिस्ते में भतीजा लगने वाले सचिन पर आयुशी का दिल आ गया फिर क्या 20 जून 2025 पर आयुषी विशाल को छोंड़ कर भतीजे सचिन के साथ फरार हो गयी जबकि इस मामले की भनक पहले ही विशाल को लग चुकी थी जिसके कारण घर पर दोनों में तू तू मै मै भी हुआ करती थी।

मेरठ के बहसूमा थाना क्षेत्र के अकबरपुर सादात निवासी अमित उर्फ मिक्की का शव 12 अप्रैल 2025 की भोर विस्तर पर मिला यही नही अमित के शव के नीचे एक जहरीला जिंदा सांप भी दबा था जिसे देख कर लगा कि सांप के डसने से अमित की मौत हुयी है किंतु पोस्टमार्टन की रिर्पाेट ने सभी को चौंका दिया और मामले की जांच पड़ताल होने लगी तो पता चला कि अमित की पत्नी रविता और उसके प्रेमी अमरदीप ने मिलकर अमित की हत्या की और हत्या को छुपाने के लिये एक जिंदा सांप अमित के शव के पास रख दिया।

आज के दौर में इस तरह की शर्मनाक घटनाएं रोज हर शहर, हर गांव में हो रही हैं फिर भी इस दूषित मानसिकता की ओर किसी का ध्यान नही जा रहा है ? हर दिन कोई न कोई रिस्ता शर्मशार होता है पहले तो उसे छुपाने का प्रयास किया जाता है फिर बाद में खुलासा हो ही जाता है यदि हबसी और बहसी मानसिकता को समाज से समाप्त नही किया गया तो आने वाला समय सभी के लिये खतरनाक साबित हो सकता है। सभी लोगों को चाहिए कि अपने परिवार को अच्छे संस्कार दें और समय पर उनसे सम्बन्धित जिम्मेंदारियों को निभायें तो शायद इस इस प्रकार की होने वाली शर्मनाक घटनाओं में कमी लायी जा सकती है समाज का दूषित करनें में प्रेम प्रसंग में फंसे स्त्री और पुरूष दोनों का हाथ है।

राज कुमार तिवारी (राज)
बाराबंकी0उ0प्र0

राज कुमार तिवारी 'राज'

हिंदी से स्नातक एवं शिक्षा शास्त्र से परास्नातक , कविता एवं लेख लिखने का शौख, लखनऊ से प्रकाशित समाचार पत्र से लेकर कई पत्रिकाओं में स्थान प्राप्त कर तथा दूरदर्शन केंद्र लखनऊ से प्रकाशित पुस्तक दृष्टि सृष्टि में स्थान प्राप्त किया और अमर उजाला काव्य में भी सैकड़ों रचनाये पब्लिश की गयीं वर्तामन समय में जय विजय मासिक पत्रिका में सक्रियता के साथ साथ पंचायतीराज विभाग में कंप्यूटर आपरेटर के पदीय दायित्वों का निर्वहन किया जा रहा है निवास जनपद बाराबंकी उत्तर प्रदेश पिन २२५४१३ संपर्क सूत्र - 9984172782

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