प्रेम रंग रंग दो फागण !
प्रेम रंग रंग दो फागण ! प्रेम रंग रंग दो फागण, खनके कंगना खन खन, होली का रंगारंग त्यौहार, हो
Read Moreप्रेम रंग रंग दो फागण ! प्रेम रंग रंग दो फागण, खनके कंगना खन खन, होली का रंगारंग त्यौहार, हो
Read Moreचिंकी अपने बच्चे को हाथों के पालने में सुला रही थी। अचानक खिलखिलाने आवाज आई। उसके पति रोहित के साथ
Read Moreजीवन सतरंगी मांडना बने नवरंगो से सजी रंगोली, अपनेपन की बहार, संग रहे सदा हमजोली। छेड़ो हृदय के तार ऐसे
Read Moreअपनी दादी के काम में हांथ बंटाने दादी के साथ रोज आते थे राजा और रानी। उम्रदराज दादी। झुकी झुकी
Read Moreनव कोंपलों से सजी डाली-डाली, मखमली दूब, मृदुल हरियाली, मधुमास छटा, विहंगम रूप, झूमे, गाये कलियाँ अलबेली।। रंग बिरंगी तितलियां
Read Moreस्वर सम्राज्ञी गान कोकिला मधुर कंठी, भारत मां की दुलारी बेटी, मां सरस्वती की लाड़ली पुत्री, भारत रत्न माणिक-मोती।। स्वर
Read Moreनन्ही चिड़िया, फुदक फुदककर चली, धुमरु की बारात चली, बारात में थे हाथी, घोड़ा, नाच रहे थे मोर-मोरनी, छमछम चिहुंक
Read Moreठंडी हवा
Read Moreपर्व पावन मकर संक्रांति ! पर्व पावन हैं मकरसंक्रांति, सूरज भगवान की करे भक्ति, पूजा, अर्चना, आराधना भावे, प्रभु परमात्मा
Read Moreमंगल स्वरूप ! अनमोल शुभ्र, धवल वस्त्र, दाग विहीन, गर दागदार हो चारित्र्य, होता मूल्यहीन, मानस हो गर प्रिय विरह
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